कोर्ट मैरिज करने की एक विधिवत प्रक्रिया होती है जिसे भारत सरकार के नियमों और कानूनों के अनुसार संपन्न किया जाता है. यदि युवा और युवती बालिक है, तो बिना किसी परिवारजनों के भी उचित डाक्यूमेंट्स एवं गवाह के मदद से कोर्ट मैरिज कर सकते है. मैरिज एक्ट 1955 या स्पेशल मैरिज एक्ट 1954 के तहत सभी शादियों का रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य है. यदि आप कोर्ट मैरिज करते है, तो रजिस्ट्रेशन होने के साथ आपको सर्टिफिकेट भी प्रदान किया जाता है.
इसलिए, कोर्ट में विवाह करने से पहले शादी से सम्बंधित सभी प्रकार की जानकारी आवेदक से ली जाती है. इसके लिए विभिन्न प्रकार के डाक्यूमेंट्स के साथ गवाहों की भी आवश्यता पड़ती है. आज के इस पोस्ट में कोर्ट मैरिज में क्या क्या डॉक्यूमेंट चाहिए के के बारे में जानेंगे, जो रजिस्ट्रेशन के दौरान आपको देना होता है. साथ कोर्ट मैरिज में लगने वाले फीस के भी बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे.
कोर्ट मैरिज कैसे होती है?
कोर्ट मैरिज के लिए सबसे पहले एक आवेदन फ़ॉर्म भरना होता है और उसके साथ निर्धारित सभी ज़रूरी दस्तावेज़ भी लगाने होते हैं. अब ऑनलाइन आवेदन करने के बाद 30 दिन का नोटिस पीरियड दिया जाता है. आपके द्वारा जमा किए गए सभी सभी दस्तावेज़ों की जांच के बाद, कोर्ट में शादी की तारीख मिलती है.
तय तारीख वाले दिन, दूल्हा-दुल्हन को दो या तीन गवाहों के साथ रजिस्ट्रार के सामने उपस्थित होना होता है. इसके बाद आपका कोर्ट मैरिज होता है, और कुछ समय बाद आपको विवाह का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट प्रदान किया जाता है. कोर्ट मैरिज करने के लिए जिस डाक्यूमेंट्स की आवश्यकता होती है, उसका पूरा विवरण हमने निचे किया है, जिसे आपके पास होना चाहिए.
कोर्ट मैरिज के लिए कौन-कौन से डॉक्यूमेंट चाहिए
- एक भरा हुआ आवेदन फॉर्म
- दो गवाह और उनकी फोटो
- गवाहों पहचान पत्र जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस या वोटर कार्ड, आदि.
- लड़की और लड़का का पहचान पत्र जैसे आधार कार्ड, हाई स्कूल मार्कशीट, जन्म प्रमाण पत्र आदि.
- पासपोर्ट साइज फोटो
- तलाकशुदा मामले में तलाक के कागजात
- विधवा/विदुर के होने की स्थिति में पति/पत्नी का प्रमाण पत्र
- विधवा के मामले में डेथ सर्टिफ़िकेट
कोर्ट मैरिज की फीस
कोर्ट मैरिज के लिए प्रत्येक राज्य में अलग-अलग फीस निर्धारित है. ज्यादातर कार्ट मैरिज में 500 से 1,000 रूपये के बीच फीस लगता है. ध्यान दे, यदि आपका विवाह कोर्ट में किसी वकील के माध्यम से हो रहा है, तो उसका फीस अलग से देना होगा. इसके अलावे, कानूनी कागजात बनवाते है, तो उसमे भी आपको कुछ खर्च आएगा, जिसे आपको ही देना होगा.
कोर्ट मैरिज के लिए महत्वपूर्ण बातें
- भारतीय अधिनियम के तहत हिन्दू रिश्तेदारी यानि बुआ, बहन आदि से शादी नही कर सकते है.
- कोर्ट मैरिज के लिए पुरुष की आयु 21 वर्ष से अधिक तथा महिला की उम्र 18 वर्ष से ज्यादा होना चाहिए.
- युवा और युवती की मानसिक स्थिति सही होने चाहिए.
- युवक-युवती में से किसी की भी शादी पहले ना हुई हो, अर्थात दोनों कुंवारे होने चाहिए.
- कोर्ट मैरिज के लिए दोनों पक्षों यानि लड़का और लड़की की सहमति ज़रूरी है.
- शादी के लिए ऑनलाइन आवेदन करने के बाद 30 दिन का नोटिस पीरियड मिलता है.
- तय तारीख को, दूल्हा-दुल्हन को दो-तीन गवाहों के साथ रजिस्ट्रार के सामने उपस्थित होना होगा.
शरांश:
हमने इस पोस्ट में कोर्ट मैरिज के लिए जरुरी डाक्यूमेंट्स के साथ विवाह होने के तरीका और कोर्ट मैरिज फीस के बारे में भी बताया है, जो आपको पहले से तैयार रहने में मदद करेगा. इसके अलावे कोई अन्य जानकारी चाहते है, तो उसके लिए आपको कोर्ट के वकील से सलाह लेना होगा. उम्मीद करता हूँ की इस पोस्ट में बताए गए सभी जानकारी आपको पसंद आया होगा. यदि कोई प्रश्न है, तो हमें कमेंट कर बताए ताकि हम उसका जवाब दे सके.
FAQs: Court Marriage Ke Liye Documents
कोर्ट मैरिज के लिए दोनों पक्षों से अधिकतम तीन गवाह लगते है. ध्यान दे, शादी के दौरान किसी भी धार्मिक पद्धति को फॉलो नही किया जाता है, इसलिए, गवाह की जरूरत होती है.
>आवेदन पत्र
>पासपोर्ट साइज फोटो
>पहचान प्रमाण पत्र
> मार्कशीट
>जन्म प्रमाण पत्र
>गवाहों की फोटो व पैन कार्ड
>लड़की और लड़का का जन्म प्रमाण पत्र
नही, विवाह अधिनियम द्वारा एक दिन में कोर्ट मैरिज करना सम्भव नहीं है. क्योंकि, नियमों के अनुसार कोर्ट मैरिज करने में 30 से 35 दिनों का समय लगता है.
लड़का और लड़की बालिक है, तो माता-पिता के सहमती के बिना गवाहों के गवाहों की उपस्थिति में विवाह रजिस्ट्रार द्वारा संचालित और पंजीकृत की जा सकती है.
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